साफा राजपूताना संस्कृति का एक अभिन्न अंग है. पुराने जमाने में सभी लोग साफा पहनते थे लेकिन राजपूतो का साफा एक अलग ही पहचान थी जिसमे एक तरफ 9 आंटी लगाई जाती है और दूसरी तरफ की भौं (भृकुटी) तक लगाया जाता है जिससे एक अलग ही व्यक्तित्व दिखाई पडता है. आज के युग में भी राजपूताना संस्कृति में साफा का उतना ही महत्व है.